ivana bunina ki mahana kavitayem

ivana bunina ki mahana kavitayem

by History World
ivana bunina ki mahana kavitayem

ivana bunina ki mahana kavitayem

by History World

eBook

$1.99 

Available on Compatible NOOK Devices and the free NOOK Apps.
WANT A NOOK?  Explore Now

Related collections and offers

LEND ME® See Details

Overview

इवान बूनिन रूस के पहले ऐसे लेखक थे जिनको १९३३ में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। बूनिन का जन्म २२ अक्टोबर १८७० को उनके पुरखौली घर में वोरोनेज़ में हुआ था। उनका पूरा नाम इवान अलेक्सीविच बूनिन था।

उनके पिताजी, अलेक्सी बूनिन, और उनकी माताजी रूस के उच्च वर्गीय प्राचीन वंश से आये थे। उनके वंशज बहुत प्रभावशाली धनी व्यक्ति थे।

बूनिन परिवार जमींदारों का परिवार था और उनके पास बहुत से दास थे जो दिन रात उनकी सेवा करते थे। दुर्भाग्यवश बूनिन के पिता ने अपनी जमीन और घर ताश के खेल में हार दिया। उनकी इस हार के बाद परिवार पूरी तरह बर्बाद हो गया।

विदेश में रहने वाले रूसी लेखक बूनिन का बहुत सम्मान करते थे और उनको पथप्रदर्शक के रूप में देखते थे। वो रूस के पहले लेखक थे जिनको १९३३ में साहित्य का नोबेल पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

नोबेल पुरस्कार प्राप्ति के बाद उनको विश्व भर के विद्वानो की तरफ से बधाई संदेश मिलने लगे, परंतु सोवियत रूस से एक शब्द भी नहीं प्राप्त हुआ। रूस में उनके नाम और उनकी लिखी किताबों पर निषेध लगा दिया गया था।

नोबेल पुरस्कार लेने के लिये जाते समय उनको जर्मनी से होकर स्टॉकहोम पहुंचना था। उनको नाज़ी सरकार ने जर्मनी में बंदी बना लिया और आरोप लगाया की वो हीरों की तस्करी कर रहे थे। उनको जबरदस्ती कास्टर आयिल पिलाया गया। बूनिन कट्टर नाज़ी विरोधी थे और उन्होने अपने घर में फ्रांस में नाज़ी क़ब्ज़े के दौरान यहूदियों को शरण भी दी थी।

"ए सॅनस्ट्रोक", "द लाइफ ऑफ आर्सेनेव", "लईका", और "त्योमन्य अल्लेई" उनकी महान किताबें हैं। उनकी अनुवादित पुस्तक "शेडोड पाथस" को भी रूसी साहित्य की सर्वोत्तम उपलभ्दियों में गिना जाता है।


Product Details

BN ID: 2940046385847
Publisher: Raja Sharma
Publication date: 11/02/2014
Series: Hindi Stories and Novels (?????? ??? ?????)
Sold by: Smashwords
Format: eBook
File size: 200 KB
Language: Hindi
From the B&N Reads Blog

Customer Reviews